इस दौरान एक बैठक का आयोजन भी श्रीपार्श्व जैन पाठशाला ने की जिसमें माह मार्च-अप्रैल में किए जाने वाले कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई और रूपरेखा बनाई गई। इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यों ने मिलकर श्रीपार्श्व जैन पाठशाला संचालन को लेकर अपने विचार व्यक्त किए और आयोजित कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी सुनिश्चित होने की बात कही गई ताकि आयोजन को सफल और गरिमामय बनाया जा सके।
इस दौरान होली उत्सव को लेकर कई तरह के गीत, रचनाएं, हास्य व्यंग्य भी किए गए और एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी गई।
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